सीमाएं सील होने के कारण अब बाहरी लोगों के आने-जाने पर पूरी तरह रोक
सहारनपुर। जनपद में लॉक डाउन के 11वें दिन भी लोग घरों में ही रहे। बाजारों में पूरी तरह सन्नाटा रहा। सीमाएं सील होने के कारण अब बाहरी लोगों के आने-जाने पर पूरी तरह रोक लगी है। सहारनपुर के लिए राहत की बात है यह है कि यहां कोई कोरोना पॉजिटिव नहीं आया है। दो संदिग्ध लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। लॉक डाउन का उल्लंघन करने पर बुधवार शाम तक 857 वाहन सीज किये जा चुके थे, 41.43 लाख रुपये का शमन शुल्क वसूला गया। 3825 वाहनों का चालान किया गया। सीआरपीसी में 1329 लोगों के विरुद्ध तथा धारा-188 के तहत 1197 लोगों पर कार्रवाई की गई।
देश में लॉक डाउन घोषित किए जाने के बाद लोगों ने अपने आप को पूरी तरह घरों में कैद कर लिया है। जनता सड़कों पर न आए इसलिए पुलिस प्रशासन मुस्तैद है। जिलेवासियों की समस्याओं के निदान के लिए होम डिलीवरी की जा रही है। सड़कों पर सन्नाटा पसरा है, इक्का-दुक्का वाहन ही चल रहे हैं। सीमा किये जाने के कारण हरियाणा, पंजाब व हिमाचल आदि राज्यों से आए करीब 1100 लोगों को मेजर सेंटर राधा स्वामी सत्संग पिलखनी में क्वारंटाइन कराया गया है। स्वयंसेवी संगठन गरीब, मजदूर व बेसहारा लोगों तक राशन व भोजन पहुंचाने के काम में लगे हैं। मुख्य बाजारों से लेकर गली-मोहल्लों तक की सभी दुकानें बंद हैं। प्रशासन द्वारा आवश्यक वस्तुओं के लिए होम डिलीवरी की व्यवस्था किये जाने के बाद अब खरीदारी की छूट के समय लोगों की भीड़ भी नहीं जुट रही है। दिल्ली स्थित हजरत निजामुदीन मरकज से लौटे लोगों की तलाश की जा रही है।
पिछले दिनों उत्तराखंड के देहरादून में हुए धार्मिक आयोजन में शामिल हुए सहारनपुर के जमातियों की सूची भी प्रशासन को पहुंच गयी है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस प्रशासन मुस्तैद होकर तुरंत उन्हे ढूंढने पहुंचा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बीएस सोढ़ी एवं जिला मलेरिया अधिकारी शिवांका गौड़ के निर्देश पर कोरोना सर्विलांस टीम के एमपी सिंह चावला, नितिन यादव, सुभाष कुमार एवं तरुण आनंद की टीम थाना कुतुबशेर इंस्पेक्टर मय फोर्स के साथ इन्द्रा चौक के आगे स्थित न्यू एकता कालोनी पहुंची, जहां से 28 मार्च को सहारनपुर पहुंचे 12 जमातियों एवं पीर वाली गली के दो जमातियों को 108 एंबुलेंस के जरिये आइआइटी कैंपस मे क्वांरटाइन किया गया।
सीएमओ डा. सोढी ने बताया कि इन 14 समेत गुरुवार को जिले के कुल 50 जमाती क्वारंटाइन किये गए।